सोमवार, दिसंबर 27, 2021

दिसम्बर की शिकायत | December Ki Shikayat | PAVAN KUMAR YADAV

जिन्दा हैं उसकी यादों में, या उसने भुलाया होगा!

फिर लौटकर देखतें हैं, शायद उसने बुलाया होगा!!


मेरे साथ रहना अब, उसको अच्छा नहीं लगता!

जरूर किसी ने उसे, नींद से जगाया होगा!!


प्यार का क्या है, वह तो मिल जाएगा देर सबेर!

अफसोस ये है कि उसने, महीनों गवांया होगा!


अब नहीं करती वो सर्द-दिसम्बर की शिकायत!

फिर किसी 'पवन' ने उसे, सीने से लगाया होगा!!


© Pavan Kumar Yadav



December|Pavan

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