नमस्कार मित्रों 🙏🏻
कैसे हैं आप सभी लोग? आशा करते हैं आप स्वस्थ और कुशल होंगे! आज मैंने अपनी नई रचना 'गौरक्षक' प्रकाशित की है। कहानी 'गौरक्षक' लंबी होने के कारण इसे तीन भागों में प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया है। यह मेरी अबतक की सर्वश्रेष्ठ रचना है। इसे एक प्रतियोगिता में 'द्वितीय पुरस्कार' प्राप्त हो चुका है। इसके साथ एक खास बात और जुड़ी हुई है कि यह मेरी दूसरी कहानी है। जिसके कारण मेरे हृदय के अत्यंत करीब है। मोबाइल में यह कई दिनों से पड़ी थी। अचानक मेरा ध्यान इस पर आया तो मैंने सोचा कि अपने प्रिय प्रतिलिपि पाठकों के लिए इसे प्रकाशित करना चाहिए। बस फिर क्या गौरक्षक तीन भागों में आप लोगों के समक्ष उपस्थित है। इससे यदि किसी को लाभ हो, चाहे वह भाषा की दृष्टि से हो अथवा भावों और विचारों के दृष्टि से तो मैं अपने को सफल मानूंगा। यदि नहीं भी हो रहा है तो आप कहानी का आनंद उठाएं।
~पवन कुमार यादव
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