जीवन की खुशियों में इतनी सी बात मिले।
नये साल में सबको नयी-नयी सौगात मिले।
बीती बातों के बारे में, अब कैसा मंथन हो।
समय के खेल का, क्यों दुबारा चिन्तन हो।
कालचक्र की धारा के, इस पार खड़े हैं हम।
तब से लेकर आज, कुछ अवश्य बढ़ें हैं हम।
सहयोग की बेला में मानवता का हाथ मिले,
नये साल में सबको नयी-नयी सौगात मिले।
कितना खोया कितना पाया के विश्लेषण में।
देखो, उलझ न जाना भूतकाल के अन्वेषण में।
थोड़ा-ज्यादा जितना है, उसका सम्मान करें।
नव - सूची में शामिल मित्रों का भी मान धरें।
जो छूट गए उन रिश्ते का फिर से साथ मिले।
नये साल में सबको नयी-नयी सौगात मिले।
नव-मंगल बेला का, जमकर उल्लास मनायें।
लक्ष्य-निर्धारित कर क्षमताओं पर आस जगायें।
नयी उमंग, नये जोश का, अभिनंदन करते हैं।
सबको मिले सफलता वाछिंत, वन्दन करते हैं।
बढ़े सद्भाव धरा पर, अवगुणों को मात मिले।
नये साल में सबको नयी-नयी सौगात मिले।
©️ पवन कुमार यादव
आपको एवं आपके पूरे परिवार को नव-वर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएं।🙏🏻
ईश्वर आप सभी पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें।💐
आप सदैव उन्नति के पथ पर अग्रसर रहें हमारी ईश्वर से यही कामना है।🙏🏻💐
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